काली या सफेद DAP: कौन सी है बेहतर, जानिए खेती में इसके फायदे और नुकसान
काली और सफेद DAP में क्या अंतर है, कौन सी फसल के लिए बेहतर है, और इसका सही समय पर कैसे उपयोग करें। जानिए DAP के फायदे, नुकसान और सही पहचान।
नई दिल्ली, 14 अक्टूबर 2024 – खेती में खादों का सही इस्तेमाल फसल की अच्छी उपज के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। यूरिया के बाद सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाली खाद DAP (डाय-अमोनियम फॉस्फेट) है। किसान बड़े पैमाने पर DAP का उपयोग करते हैं क्योंकि यह फसल की जड़ों को मजबूत बनाती है और संपूर्ण विकास में मदद करती है। लेकिन, बाजार में दो प्रकार की DAP – काली और सफेद उपलब्ध होती हैं, और दोनों में क्या फर्क है, यह जानना जरूरी है।
DAP का उपयोग और महत्व
DAP में 18% नाइट्रोजन और 46% फॉस्फोरस होता है, जो पौधों की वृद्धि के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। नाइट्रोजन फसल की हरी पत्तियों के निर्माण में सहायक है, जबकि फॉस्फोरस जड़ों की गहराई और मजबूत विकास में मदद करता है। इसे सही समय और मात्रा में प्रयोग करने से फसलें स्वस्थ और मजबूत होती हैं।
काली और सफेद DAP में अंतर
- काली DAP: काली DAP का असर धीरे-धीरे दिखता है। इसका प्रभाव 10-12 दिनों के बाद दिखने लगता है। यह फसल को नाइट्रोजन और फॉस्फोरस धीरे-धीरे प्रदान करती है, जिससे फसल को लंबे समय तक पोषण मिलता है।
- सफेद DAP: सफेद DAP का असर काली DAP की तुलना में तेज़ होता है। इसका परिणाम एक हफ्ते के भीतर दिखने लगता है, जिससे यह जल्दी बढ़ने वाली फसलों के लिए उपयोगी है।
DAP का प्रकार | असर दिखने का समय | पोषक तत्व प्रदान करने की गति |
---|---|---|
काली DAP | 10-12 दिन | धीरे-धीरे |
सफेद DAP | 7 दिन से कम | तेज़ |
DAP का सही समय और उपयोग
फसल में DAP का सही समय पर प्रयोग करना जरूरी है। इसे फसल बुवाई के समय या बेसल डोज के रूप में दिया जाना चाहिए, जिससे जड़ों को शुरुआती विकास के लिए बेहतर पोषण मिल सके। फसल के प्रारंभिक अवस्था में इसका उपयोग फायदेमंद साबित होता है।
कब न करें DAP का उपयोग
- फल और फूल बनने की अवस्था में DAP का प्रयोग नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे फूल झड़ सकते हैं।
- पकाई की अवस्था में DAP का उपयोग नुकसानदेह हो सकता है क्योंकि उस समय पोटाश की ज्यादा आवश्यकता होती है।
असली और नकली DAP की पहचान
बाजार में DAP की कमी के चलते कई बार नकली DAP भी बेची जाती है। असली DAP की पहचान के लिए उसकी पैकेजिंग और ब्रांड की जांच करना जरूरी है। असली DAP के पैकेट पर कंपनी का नाम और होलोग्राम जरूर होना चाहिए।
DAP का अन्य खादों के साथ मिश्रण
DAP का उपयोग करते समय ध्यान रखें कि इसे किसी भी सल्फर या नाइट्रेट वाले खाद के साथ न मिलाएं। सही संयोजन का ध्यान रखकर DAP का उपयोग फसल को अधिक लाभ पहुंचा सकता है।
DAP की कीमत और उपलब्धता
बाजार में DAP की उपलब्धता सीमित हो सकती है, जिससे कीमतों में उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है। किसानों को DAP की सही कीमत और गुणवत्ता को लेकर सतर्क रहना चाहिए।
काली और सफेद DAP दोनों ही फसल के लिए फायदेमंद होती हैं, लेकिन इनका उपयोग फसल की जरूरतों और मौसम के हिसाब से करना चाहिए। अगर आप तेजी से परिणाम चाहते हैं तो सफेद DAP बेहतर विकल्प है, जबकि लंबे समय तक पोषण के लिए काली DAP उपयुक्त है। DAP के सही समय और मात्रा का ध्यान रखते हुए खेती में इसका लाभ उठाया जा सकता है।